ट्रेडमिल टेस्ट (TMT) की आवश्यकता निम्नलिखित मरीजों को हो सकती है

Dr Deepak Kumar , MBBS, MD (General Medicine), DM (Cardiology)

3/5/20251 मिनट पढ़ें

  1. सीने में दर्द वाले मरीज: जिन्हें एनजाइना (छाती में दबाव, जकड़न, या दर्द) के लक्षण हों, खासकर शारीरिक परिश्रम के दौरान।

  2. हृदय रोग का संदेह: जिन मरीजों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (हृदय धमनी रोग) का जोखिम हो (जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, या पारिवारिक इतिहास)।

  3. उपचार की प्रभावकारिता जाँचने के लिए: दवाओं, एंजियोप्लास्टी, या बाईपास सर्जरी के बाद हृदय की स्थिति का मूल्यांकन।

  4. साइलेंट इशेमिया की जाँच: मधुमेह रोगियों जैसे उच्च जोखिम वाले लोगों में बिना लक्षणों वाले हृदय रोग की पहचान।

  5. दिल के दौरे के बाद जोखिम आकलन: मायोकार्डियल इंफार्क्शन (दिल का दौरा) के बाद रिकवरी और भविष्य के जोखिम का आकलन।

  6. अनियमित धड़कन (अरिदमिया): व्यायाम के दौरान दिल की धड़कन अनियमित होने पर।

  7. शल्य चिकित्सा से पहले जाँच: हाई-रिस्क सर्जरी (जैसे हृदयेत्तर ऑपरेशन) से पहले हृदय की क्षमता का आकलन।

  8. सांस फूलना या थकान: व्यायाम के दौरान सांस लेने में तकलीफ या अत्यधिक थकान का कारण पता करने के लिए।

ध्यान दें: TMT हमेशा चिकित्सकीय सलाह पर ही किया जाता है। कुछ स्थितियों में (जैसे तीव्र हार्ट अटैक, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप) यह टेस्ट नहीं किया जाता।